rajasthan ke jain mandir - राजस्थान के जैन मंदिर Rajasthan ka gk in hindi

Jain mandir |Rajasthan ke parmukh jain mandir / राजस्थान के जैन मंदिर  Rajasthan ka gk in hindi

rajasthan ke jain mandir
 rajasthan ke jain mandir


जानिए rajasthan ke jain mandir-राजस्थान के प्रमुख जैन मन्दिर - ranakpur ke jain mandir Rajasthan ka gk in hindi के बारे में jain mandir |jain temple near me| parasnath mandir |kanch mandir |lal mandir|jain mandir near me |rajasthan ke parmukh| digambar jain भारत व पूरे विश्व में कई जैन मंदिर हैं, जिनमें से हम प्रमुख 5 मंदिरों की सूची लेकर आए हैं |jain mandir information in marathi language,pramukh jain mandir,rajasthan ki pramukh mandir,jain mandir kaha hai,rajasthan ka mandir,जैन मंदिर राजस्थान,जैन धर्म के मंदिर,जैन मंदिर मराठी माहिती,भारत के प्रसिद्ध जैन मंदिर,जैन तीर्थ लिस्ट,राजस्थान में जैन धर्म,राजस्थान के फेमस मंदिर,जैन टेम्पल इन इंडिया,rajasthan ke pramukh mandir,jain temple in marathi,jain mandir information in marathi language,pramukh jain mandir,jain mandir kaha hai,rajasthan ke mandir pdf,rajasthan me jain mandir,jain mandir mahiti marathi,राजस्थान राज्य में स्थित कुछ प्रमुख व प्रसिद्ध मन्दिर के नाम व स्थान की जानकारी निम्नवत है — राजस्थान स्थित प्रमुख मन्दिर व उनका स्थान मंदिर का नाम    —    स्थान  1. अद्भुतनाथ मन्दिर — चित्तौड़गढ़ का किला 2. अचलेश्वर महादेव मन्दिर — अचलगढ़ दिलवाड़ा (आबू) 3. आँसिया के मन्दिर — आँसिया (जोधपुर) 4. अम्बिका माता मन्दिर — जगत 5. अर्बूदा

Jain mandir / जैन  मंदिर  :---

  • rajasthan ke parmukh jain mandir अधिकांश जैन मंदिर सफ़ेद संगमरमर से बने होते है | 
  • राजस्थान में सवार्धिक जैन मंदिर पाली जिले में है | 
  • मारवाड़ क्षेत्र में महावीर स्वामी की सवार्धिक मुर्तिया मिली है | इन्हे स्थानीय भाषा में जीवंत स्वामी के नाम से जाना जाता है | 



दिलवाड़ा के जैन मंदिर (dilwara ka jain mandir)

  • dilwara ka jain mandir
  •  ये माउन्ट आबू - सिरोही में स्थित है | यहाँ पर पांच जैन मंदिरो का समूह है | 

dilwara ka jain mandir
dilwara ka jain mandir


  1.  आदिनाथ जैन मंदिर   :-- इसका निर्माण 1031 ईस्वी  में  चालुकिय  वंश  के  शासक  विमलशाह के द्वारा करवाया गया  अतः  इसे  विमलवसही  का मंदिर भी कहते  है | कर्नल टॉड  ने इस मंदिर के बारे में खा है की भारत  वर्ष  के भवनों  में  ताजमहल के पश्चात  यदि  कोई  दूसरा  महत्वपूर्ण भवन है तो वह  विमलशाह का मंदिर है |  
    dilwada ke jain mandir
    dilwada ke jain mandir 


  2. नेमिनाथ  जैन मंदिर  : -- इस मंदिर का निर्माण चालुकिय शासक वीर धवल के मंत्री वस्तुपाल व तेजपाल के द्वारा  करवाया गया अतः इसे वस्तुपाल तेजपाल मंदिर भी कहते हैं | इसे लूण वसही का मंदिर तथा देवरानी जेठानी का मंदिर भी कहते है | 
  3.   पीतलहर या भीमाशाह जैन मंदिर 
  4. कुंथुक नाथ  जैन मंदिर 
  5. पार्श्वनाथ जैन मंदिर  (parasnath jain mandir)

भांडासर जैन मंदिर/Bhandasar Jain Mandir :---  

  • बीकानेर 
  • इस मंदिर के नींव के निर्माण में पानी के स्थान घी का प्रयोग किया गया | यह जैन तीर्थकर सुमतिनाथ को समर्पित है | 


नाकोड़ा के जैन मंदिर/Nakoda ke jain mandir  :--- 

  • बाड़मेर 
  • यहां पर पार्श्व नाथ , भैरवनाथ व शांति नाथ के प्रसिद्ध जैन मंदिर है | यहाँ पर राजस्थान की सबसे बड़ी भोजनशाला स्थित है | 
  • यहाँ की एक अनूंठी परम्परा है यहाँ पर आरती के समय बोली लगाई जाती है |  
  • नाकोड़ा का प्राचीन नाम मेवानगर था  | 

रणकपुर  के जैन मंदिर / Ranakpur ke jain mandir :---  

  • पाली 
  • इसका निर्माण महाराणा कुम्भा के काल में धरणशाह / धारणक नामक व्यापारी के द्वारा करवाया गया | 
  • इसके वास्तुकार देपाक थे | 
  • यह मथाई नदी के तट पर स्थित है | 
  • इसमें 1444 स्तम्भ है अतः इसे स्तम्भों का वन कहते है | 
  • इसे नलिनीगुल्स विमान भी कहते है | 
  • यह आदिनाथ को समर्पित है | 
  • इसे चौमुख जैन मंदिर भी कहते है | 
  • यह सेवाड़ा ( पाली ) गांव के पत्थरो से बना है 
  • इसे ड़ॉ गोपीनाथ शर्मा ने वेश्या का मंदिर भी कहा है | 
Ranakpur ke jain mandir
Ranakpur ke jain mandir



फालना के मंदिर /Falna ke jain mandir  :--- 

  • पाली 
  • यहाँ पर राजस्थान का पहला जैन धर्म का स्वर्ण मंदिर स्थित है | 
  • इसे गेट वे ऑफ गोडवल व मिनी मुंबई के नाम से जाना जाता है | 

Note  
  • फालना :-- छते ( आमरेला ) व रेडियो निर्माण के लिए प्रसिद्ध है | 

72 - जिनालय / Jinalaya :--- 

  • भीनमाल ( जालोर ) 
  • यहाँ पर भारत का सबसे बड़ा जैन मंदिर निर्मित किया गया है |  


Note

     भीनमाल :---- 

  • इसका प्राचीन नाम भिल्ल प्रदेश था | 
  • कवि माघ की जन्म स्थली रहा है | 
  • ब्रह्म गुप्त भी यही के रहने वाले थे | 
  • प्रसिद्ध चीनी यात्री " हेनसांग "  यहाँ आया था | 


मूंछाला महावीर का मंदिर/moonchhala mahaveer ka mandir :--- 

  • धानेराव  ( पाली ) 
  • यहाँ पर महावीर स्वामी की दाढ़ी मूंछो वाली मूर्ति स्थित है | 

Note 

  • रघुनाथ - चुंडावत जी का मंदिर --  खेतहरी (  झुंझनू ) 
  • यह विश्व का एक मात्र मंदिर है जिसमे भगवान राम व लक्ष्मण की दाढ़ी मुछो वाली मुर्तिया है | 
  • इस मंदिर का निर्माण राजा बख्तावर की पत्नी चुण्डावती ने करवाया था | 

सोनीजी की नसिया / soniji ki nasiya :--- 

  • जयपुर 
  • इसका निर्माण 1864 - 65 ईस्वी में मूलचंद सोनी व उसका पुत्र टीकमचंद सोनी द्वारा करवाया गया |  
  • लाल पत्थर से निर्मित होने के कारण इसे लाल मंदिर भी कहते है |  


चंद्र प्रभुजी का जैन मंदिर/chandr prabhuji ka jain mandir  :---  

  • तिजारा   ( अलवर ) 

चमत्कारजी का जैन मंदिर /chamatkaraji ka jain mandir :---  

  • आलनपुर ( सवाईमाधोपुर ) 

चूलगिरी के जैन मंदिर/choolagiri ke jain mandir :--- 

  • जयपुर 

कालिंजरा के जैन मंदिर/kalinjara ke jain mandir  :--- 

  • बांसवाड़ा 
  • हेरण नदी के तट पर 

सतबीस देवरा के जैन मंदिर/Satbis Devra ke jain mandir :---  

  • चितौड़गढ़ 

देरी -सेरी के जैन मंदिर /deri -deri ke jain mandir :--- 

  • सिरोही 
  • यहाँ पर 14 जैन मंदिरो का समूह है | 

नारलाई के जैन मंदिर/naralaee ke jain mandir :--- 

  • पाली 

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