शादी के रीति रिवाज (shaadi ke riti riwaz) : shadi ki rasam list in hindi
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शादी के रीति रिवाज-shaadi ke riti riwaz ।। Shadi ki rasam list in hindi
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शादी के रीति रिवाज-shaadi ke riti riwaz ।shadi ki rasam list in hindi |
Shadi ki rasam list in hindi
जानिये shadi ki rasam list Step by Step in hindi के बारे मे
(1) सगाई :---
* कन्या के पिता द्वारा अपनी पुत्री के लिए योग्य वर को ठूंठकर रिश्ता पका करना |* सगाई में बिचोलिया नाई , पुरोहित ,चारण या कोई रिश्तेदार बनता है | जिसे बडालिया कहते है |
(2) टिका / तिलक :---
* कन्या पक्ष के लोगो द्वारा शुभ लग्न में लडके को सगुण और नारियल भेँट करते है |* राजपूत परिवारों में इसे अमल का दस्तूर कहते है |
(3) चिकणी कोथली ( रीती) :---
* वर पक्ष की और से वधु के लिये आभूषण वस्त्र आदि उपहार में भेजे जाते है इसे ही चिकणी कोथली / रीती कहते है |(4) लग्न पत्रिका :---
* कन्या के पिता द्वारा शुभ लग्न में पंडितजी को बुलाकर विवाह का दिन तय करना और वरपक्ष को बरात लेकर आने का निमंत्रण भेजना |(5) कुम कुम पत्रिका ( पीला चावल ) :---
* अपने रिश्तेदारो और मित्रो को विवाह का निमंत्रण देना |(6) गणेश निमन्त्रण :---
* विवाह का पहला निमन्त्रण गणेशजी को दिया जाता है और इसी दिन गणेशजी की फोटो लाकर विवाह वाले घर में स्थापित की जाति है |(7) बान बैठाना ( पाट बैठाना ) :---
* विवाह के 11 - 9 -7 -5 -3 दिन पहले वर - वधु को चोकी पर बैठाकर उबटन ( पीठी ) से स्नान कराया जाता है | इस दिन के बाद विवाह के दिन तक वर - वधु को सिर ढककर रखना होता है और धारदार हथियार रखना होता है |(8) बिन्दोरा ( बिनोला ) :---
*वर - वधु के चाचा - ताऊ , वर - वधु को अपने घर बुलाकर पकवानों का भोजन कराते है |(9) तेल की राखी ( काकन डोरा ) :---
* राखी में लाख और लोहे के छले डालकर दूल्हा -दुल्हन को बांधना(10) चाक :---
* विवाह के घर की सुहागिन बहिन - बेटिया गीत गाती हुई कुम्हार के घर जाती है और वहा से मटके सिर पर रखकर गीत गाती हुई अपने घर आती है |(11) भात ( मायरा ) :---
* दूल्हा - दुल्हन के ननिहाल वालो की और से गहने ,नकदी ,वस्त्र आदि उपहार में देना(12) मेल ( बढ़ार ):---
Q. बढार क्या है
* वर पक्ष की और विवाह के एक दिन पहले दिया जाने वाला भोज(13) बिन्दोरी :---
* विवाह की पहली रात्रि दुल्हे को घोड़े पर बैठकर नगर भ्रमण कराया जाता है |(14) मोड़ बांधना
* दुल्हे को स्नान कराकर नये वस्त्र पहनकर केसरिया रंग का मोड़ बांधना इसे मदिल भी कहते है |(15) निकासी :---
* माँ का स्तन पान करके दूल्हा बरातियो को लेकर दुल्हन के घर की ओर जाता है |(16) सामेला ( मधुपर्क ) :---
Q सामेला क्या है
* कन्या पक्ष के लोग बारात के सामने आकर गाँव की सीमा पर स्वागत करते है |(17) बरी - पडला
* वर पक्ष की ओर से वधु पक्ष को गहने , मेवे ,मिठाई और वस्त्र भेट करना |* दुल्हन द्वारा पहनी जाने वाली पोशाक को बरी कहते है |
(18 ) बिनौटा :---
* दूल्हा - दुल्हन द्वारा पहने जाने वाली जुतिया(19) तोरण मारना :---
* दुल्हे द्वारा दुल्हन के घर के दरवाजे पर निभाई जाने वाली रस्म(20) फेरे ( सप्तपदी ) ;---
* अग्नि को साक्षी मानकर वर -वधु द्वारा एक - दुसरे को पति - पत्नी के रूप में स्वीकार करना |(21) कन्यादान :---
* कन्या के पिता द्वारा कन्या का हाथ वर के हाथ थमाना |(22) कन्यावल :---
* विवाह के दिन कन्या के परिवार वाले निराहार रहते है और फेरे होने के बाद ही भोजन करते है |(23) सम ठावनी ( समठुनी ) :---
* दुल्हन को दिए गये दहेज का दिखावा(24) रंगबारी ( पहरावनी ) :---
* बारात को गुलाल लगाकर और उपहार देकर निदा करना(25) बाड़ रुकाई ( द्वार रुकाई ):---
* दूल्हा जब दुल्हन को लेकर घर में प्रवेश करता है | तो दुल्हे की बहिन उन्हें घर में तब तक घुसने नही देती जब तक उसे मुह माँगा उपहार ना मिल जाये |(26) कुल देवता पूजा :---
* दूल्हा - दुल्हन द्वारा अपने गाँव के सभी मन्दिरों में जाकर पूजा करना |(27) सुहागथाल ( पैैसारा ) :---
* विवाह के अगले दिन वर पक्ष की और से दिया जाने वाला भोज |(28)लाखीणी की रस्म :---
* दुल्हन को लाख की चुडिया पहनाकर रसोई जिम्मेदारी सोफना |(29) कुंवारी जान का भात :---
* फेरे होने से पूर्व बारात को दिया जाने वाला भोज |(30) परणी जान का भात :---
* फेरे होने के बाद बारात को दिया जाने वाला भोज(31) ढूकाव ( डेरा ) :---
* जिस जगह पर बारात को रुकाया जाता है ( जनवास )(32) इकताई :---
* शुभ मुहर्त में दूल्हा - दुल्हन के कपड़े सिलने दर्जी को देना |(33) टून्ट्यो :---
* जब बारात दुल्हन के घर चली जाति है तो वर पक्ष की महिलायें अपने मनोंजन के लिये जो कार्यक्रम करती है |ये भी जरूर पढ़े :---
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